China On Pakistan: चीन ने पाकिस्तान को दिखा दी 'औकात' | Great Firewall Software | Hindi or English News Update
एक झटका पाकिस्तान को भारत ने दिया तो दूसरा उसके करीबी दोस्त चीन ने दिया है आपको तो मालूम ही है कि पाकिस्तान की आदत है
हर वक्त कुछ ना कुछ मांगते रहने की इस बार उसने चीन के सामने हाथ फैलाए एक शक्तिशाली सॉफ्टवेयर के लिए लेकिन ड्रैगन ने उसे आंख दिखा दी और सॉफ्टवेयर देने से साफ-साफ इंकार कर दिया कौन सा है वो सॉफ्टवेयर और चीन ने क्यों कहा ना देखिए इस रिपोर्ट में पाकिस्तान ने फिर चीन के आगे फैलाए हाथ चीन ने पाकिस्तान को दिखा दी औकात सॉफ्टवेयर मांगा हाड हुआ चीन हर वक्त चीन का गुणगान करने वाले पाकिस्तान को ड्रैगन ने जोर का झटका दे दिया है पहले से ही बर्बादी की कगार पर खड़ा पाकिस्तान तकनीक में भी पिछड़ा हुआ है ऊपर से चुनावी नतीजों के बाद पाकिस्तान तहरीक इंसाफ समेत कई विपक्षी दल सड़कों पर उतरे हुए हैं जिसने पाकिस्तान की कार्यकारी सरकार नई सरकार बनाने वाले दल और आर्मी सभी के होश फक्ता कर दिए हैं इसलिए लिए इस्लामाबाद को एक ऐसे सॉफ्टवेयर की जरूरत है जिसका इस्तेमाल वह राजनीतिक असहमति रखने वाले लोगों पर लगाम कसने के लिए कर सके और इसी सॉफ्टवेयर को मांगने के लिए उसने चीन के आगे हाथ फैलाए थे लेकिन बीजिंग ने अपने ग्रेट फायरवॉल सॉफ्टवेयर को शेयर करने से साफ इंकार कर दिया है इसके पीछे बड़ी वजह सॉफ्टवेयर की पायरेसी बताई जा रही है दरअसल चीन को डर था कि अगर इस सॉफ्टवेयर को पाकिस्तान को दिया जाता है तो अमेरिका इसकी कॉपी कर सकता है चाइना यह भी नहीं चाहता कि पाकिस्तान डिस्टेबलाइज हो और व वहां पर कोई ऐसी स्थिति हो जाए कि जो एंटी चाइनीज ग्रुप इसलिए के इस समय जो मूवमेंट है वह वो ना तो चाइना के पक्ष में नजर आता है ना ही अमेरिका के पक्ष में नजर आता है यह प्रो डेमोक्रेटिक मूवमेंट पाकिस्तान के अंदर इमर्ज हो रहा है अगर ऐसा होता है तो व फिर अप ने यहां जो है वो सेल्फ रिलायंस की भी बात होने लगेगी चीन अपने इस ग्रेट फायरवॉल सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल घरेलू दर्शकों के लिए उपलब्ध इंटरनेट को व्यापक रूप से सेंसर करने के लिए करता है चीन ने सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करके इंटरनेट तक लोगों की पहुंच को काबू कर रखा है इन्हीं उपायों को ग्रेट फायरवॉल के रूप में जाना जाता है एक्सपर्ट के मुताबिक चीन का यह ग्रेट फायरवॉल कीवर्ड या संवेदनशील शब्दों के लिए ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल यानी टीसीपी पैकेट की जांच करके काम करता है अगर कीवर्ड या संवेदनशील शब्द टीसीपी पैकेट में दिखाई देते हैं तो इंटरनेट एक्सेस बंद हो जाएगा और अगर एक बार लिंक बंद हो जाता है तो उसी मशीन से दूसरे लिंक भी ग्रेट फायरवॉल सॉफ्टवेयर के जरिए रोक दिए जाएंगे कुछ ऐसा ही काम पाकिस्तान की कार्यकारी सरकार अपने मुल्क में करना चाहती थी ताकि नई सरकार और आर्मी के विरोध में बुलंद होने वाली आवाजों को दबाया जा सके चाइनीज मॉडल कह लीजिए पाकिस्तान का तो बहुत पुराना मॉडल है सत्ता वहां जो है वह असली असल में तो वहां के सैन्य अधिकारियों के पास है सेना के पास है वह सबसे इंस्टिट्यूशन है बाकी सारे इंस्टिट्यूशन उसके सब सर्वि एंट है और इस समय तो देखा जाए तो पाकिस्तान की सेना पाकिस्तान की जुडिशरी पाकिस्तान का इलेक्शन पाकिस्तान की पुलिस फोर्सेस भी सेना के इशारों पर काम कर रही हैं दमन की नीति जारी है हालांकि पाकिस्तान पहले से ही उस वेब मॉनिटरिंग सिस्टम का उपयोग कर रहा है जिसे उसने 2018 में इमरान खान सरकार के तहत एक कनाडाई फर्म से खरीदा था वह सिस्टम बड़े पैमाने पर अपग्रेड के दौर से गुजर रहा है ऐसे में इस्लामाबाद को एक ऐसे सॉफ्टवेयर की जरूरत थी जो सोशल मीडिया को कंट्रोल कर सके वो भी ऐसे दौर में जब पाकिस्तान बड़े पैमाने पर राजनीतिक उठापटक और आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है पर बीजिंग ने पाकिस्तान को सॉफ्टवेयर की भीक देने